स्टोरी- रिंकु कुमारी
राजस्थान के पाली में एक दलित परिवार पर गांव के ही कुछ ठाकुरों ने हमला कर दिया था वहीं पीड़ित परिवार आज भी इंसाफ का इंतजार कर रहा है. वहीं पीड़ित अशोक मेघवाल का कहना है कि इस मामले में गवाहों को डराया व धमकाया जा रहा है, और उन पर दबाव बनाया जा रहा है जिससे केस कमजोर हो जाए.
दलित डेस्क से बात करते हुए उन्होंने बताया की उनके एक गवाह को ठाकुर के लोगों ने पैसों से खरीद लिया है और दूसरे गवाहों के प्लॉट पर कब्जा कर लिया. जिसके कारण गवाहों का जीवन गुजारा करना मुश्किल हो गया है. इस मामले पर डीएम ने लिखित में कार्यवाही का आदेश दिया है, तहसीलदार और विडीयो को लेकर कार्यवाही करने के निर्देश भी दिए गए पर कार्यवाही कब शुरू होगी इसपर अभी तक कुछ साफ नहीं है.
गौरतलब हो कि 9 महीने पहले 15 मार्च को राजस्थान के पाली में दलित परिवार की गर्भवती बहन और एक बुजुर्ग महिला पर ठाकुरों ने हमला किया था. पीड़ित अशोक मेघवाल ने इस मामले पर एफआईआर दर्ज कराई थी जिसकी सुनवाई अभी तक नहीं हो पाई है. रोहट पुलिस को अपने परिवार के जीवन के लिए खतरा बताया और कथित आरोपी ठाकुर हुकुम सिंह राजपूत और छह अन्य के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की. मेघवाल ने दावा किया कि उन्होंने राजस्थान के मुख्यमंत्री, डीजीपी और स्थानीय अधिकारियों को भी लिखा था लेकिन आरोपियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई.