प्रयागराज के फाफामऊ ज़िले के गोहरी में 25 नवंबर को एक दलित परिवार के चार लोगों को कुल्हाड़ी से मारकर हत्या करने का मामला सामने आया था और परिवार की एक युवती के साथ गैंगरेप की बात भी सामने आयी थी. मृतक परिवार गोहरी गाँव के रहने वाले हैं और पासी समाज से आते हैं. बताया जा रहा है ये घटना 23 नवंबर की है लगभग दो दिन बाद मृतक परिवार के परिजानों को इस बात की सूचना मिली.
मृतक परिवार के परिजनों का आरोप था कि गाँव के ही ठाकुर समाज के कुछ लोगों ने इस घटना को अंजाम दिया है. उन्होंने बताया कि बीते दो सालों से उन्हें ठाकुर समाज के कुछ लोगों द्वारा परेशान किया जा रहा था वहीं जब इस बात की शिकायत करने गए तो पुलिस थाने में भी उन्हें जातिगत भेदभाव झेलना पड़ा.
पुलिस ने दलित परिवार हत्याकांड में अपनी पहली जाँच में अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति (अत्याचार निवारण) अधिनियम, एससी-एसटीएक्ट, की धाराएं लगाई गई थी. पुलिस को शुरुआत में बेटी के नाबालिग होने का पता था जिसके आधार पर पॉक्सो एक्ट लगाई गई थी. लेकिन जाँच के बाद में पुलिस को युवती की उम्र 25 वर्ष होने की बात सामने आई जिसके चलते पॉक्सो एक्ट हटा दी गई
पुलिस जांच में पवन सरोज नाम का युवक गिरफ्तार
पुलिस ने पवन सरोज नाम के युवक को गिरफ्तार किया है जो पीड़ितों की तरह ही पासी समुदाय से ही आता है. उन्होंने बताया कि पवन के द्वारा लड़की को परेशान करने की बात सामने आई साथ ही मेसेज भी भेजे जा रहे थे और लड़की द्वारा उसे अस्वीकार किया जा रहा था वहीं बार-बार मना भी किया गया. अंतिम मेसेज के आधार पर, परिस्थियो और सबूतों को देखते हुए पवन सरोज को गिरफ्तार किया. वहीं पुलिस ने बताया कि युवक ने अपने आरोप कबुल कर लिए हैं.
इस मामले में अब तक आठ लोगों को गिरफ्तार किया गया था बताया जा रहा है कि उन आठ लोगों को रिहा कर दिया गया है. वहीं परिवार का कहना है कि इस पूरे मामले को भटकाया जा रहा है साथ ही जो आरोपी है उनको बचाया जा रहा है परिवार ने इस पूरे मामले पर कहा कि वह इस जाँच से सहमत नहीं है जिसके चलते हम सीबीआई जांच की माँग करते हैं.