कर्नाटक के मैसूरू जिले से हाल ही में एक चौकाने वाला मामला सामने आया है जहां एक दलित युवक को बुरी तरह पीटा गया क्योंकि वह मंदिर के सामने बनी सार्वजनिक सड़क से गुज़र रहा था।
यह पूरा मामला कनार्टक के अन्नूर होशाहल्ली गांव का है। दलित समाज से आने वाले महेश अपने दोस्त के साथ साथ मोटरसाइकिल से जा रहे थे कि शिव मंदिर के पास उन्हें लिंगायत समाज के कुछ लोगों ने रोक लिया और बेरहमी से पीटा गया।
“पाँच साल पहले इस गाँव के लिंगायतों व दलितों ने मिल कर शिव मंदिर बनाया, दोनों ही पैसे दिए, दोनों ने ही श्रमदान किया, दोनों की बराबर की हिस्सेदारी थी।”
इस मामले पर महेश ने इंडियन एक्सप्रेस से कहा।
“मंदिर बनने के बाद लिंगायतों ने दलितों से कहा कि वे इस मंदिर से दूर रहें और उनके इस मंदिर के अंदर घुसने पर भी रोक लगा दी। जब-जब दलितों ने इस पर सवाल उठाया है, उनके साथ मार-पीट की गई है।”
महेश ने आगे बताया
“हालत यह हो गई है कि दलितों से कहा गया है कि वे मंदिर के सामने की सड़क से न गुजरें और ज़्यादातर दलितों ने इसे मान भी लिया है। पर मैंने इसे नहीं माना और सड़क से जाता-आता रहा।” महेश ने कहा, “मैं अपने दोस्त के साथ मोटर साइकिल से जा रहा था तो लोगों ने मुझे रोका और कह कि मैं इस सड़क से न जाऊँ। जब मैंने इसका कारण पूछा तो उन लोगों ने मुझे पीटा।”
महेश ने आगे बताया
इस पूरे मामले में 3 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है और 11 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज हो चुका है।