सुप्रीम कोर्ट द्वारा महिला भक्तों को मंदिर में प्रवेश की अनुमति देने के बाद 2 जनवरी, 2019 को मंदिर में प्रवेश करने वाली पहली दो महिलाओं में से एक दलित एक्टिविस्ट बिंदू अम्मिनी थी। हाल ही में बिंदु अम्मिनी पर कुछ अंजान लोगो ने हमला किया। वहीं पुलिस में शिकायत करते हुए बिंदू अम्मिनी ने कहा कि समुद्र तट पर एक व्यक्ति ने उन पर तब तक हमला किया, जब तक वो सड़क पर गिर नहीं गई। आपको बता दें कि बिंदू को पहले पुलिस सुरक्षा प्रदान की गई थी लेकिन बाद में इसे वापस ले लिया गया था।
अम्मिनी की मानें तो ऐसा पहली बार नहीं है जब उन पर हमला हुआ है, उन्होंने आरोप लगाया है कि इससे पहले कई हिंदू संगठनों ने उन्हें निशाना बनाया है। बीते महीने ऑटो रिक्शा से टक्कर मारे जाने के बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था, लेकिन बाद में पुलिस द्वारा इसे महज एक दुर्घटना करार दे दिया गया था।
अम्मिनी ने इस घटना पर बताया “मैं अपने वकीलों में से एक से परामर्श करने के लिए समुद्र तट पर पहुंची तभी अचानक एक व्यक्ति आया और उसने मेरे दोपहिया वाहन को ब्लॉक कर दिया और गाली-गलौज करने लगा और मुझ पर वार करने लगा। कुछ देखने वालों को देखकर वह भाग गया।”
पुलिस ने कहा है की उन्होंने मामला दर्ज कर लिया है और इलाके के सीसीटीवी फुटेज की जांच के बाद हमलावर की तलाश की जा रही है।